CBSE का Open Book प्रोजेक्ट 

CBSE ने 9वीं से 12वीं तक Open Book Exam का पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया है.

बच्चों की सोचने की ताकत की जांच

यह परीक्षा के माध्यम से बच्चों की सोचने की ताकत और रिसर्च एबिलिटी की जांच की जा रही है.

ओपन बुक परीक्षा की प्रक्रिया

Open Book Exam क्लास 9वीं और 10वीं के लिए इंग्लिश, मैथ, और साइंस, और  क्लास 11वीं और 12वीं के लिए इंग्लिश, मैथ, और बायोलॉजी के लिए होगी.

डॉक्टर पंकज अड़ा की राय

डॉक्टर पंकज अड़ा के अनुसार, ओपन बुक परीक्षा आसान नहीं है और यह बच्चों की लॉजिकल और क्रिटिकल थिंकिंग को बढ़ावा देगी.

प्रोफेसर रजनी अब्बी का विचार

प्रोफेसर रजनी अब्बी के अनुसार, परीक्षा में फिक्स सवाल नहीं होंगे और इसकी मार्किंग भी अलग तरीके से की जाएगी.

ओपन टेक्स बेस्ड असेसमेंट का इतिहास

Open Book Exam एक सीखने का तरीका है, जो केवल मूल्यांकन का तरीका नहीं है.

एक्सपर्ट्स की राय

साल 2000 में भारत में ओपन टेक्स बेस्ड असेसमेंट शुरू किया गया था, लेकिन यह 2017 के बाद बंद कर दिया गया था.

ओपन बुक परीक्षा की महत्वता

डॉक्टर पंकज अड़ा और प्रोफेसर रजनी अब्बी दोनों ही ओपन बुक परीक्षा के महत्व को समझते हैं.

बोर्ड का उद्देश्य

बोर्ड बच्चों की आंकलन करने के लिए इस परीक्षा को शुरू किया है.

प्रैक्टिकल एप्लीकेशन को समझना

Open Book Exam में बच्चों को प्रैक्टिकल एप्लीकेशन को समझने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है.