Kiran Bedi Biography In Hindi । जानें भारत की पहली महिला IPS अधिकारी की प्रेरणादायक जीवनी!
दोस्तों, आज हम इस लेख में भारत की पहली महिला IPS, किरण बेदी की जीवनी देखने जा रहे हैं। घर तक सीमित रहने वाली नारी, पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल सकती है और जो काम पुरुष कर सकते हैं, वह काम नारी भी कर सकती है। यह उन्होंने साबित किया है।
हम उस महिला IPS अधिकारी की बात कर रहे हैं, जिनका नाम सुनते ही बड़े-बड़े अपराधी भी कांप जाते थे। इस लेख में दी गई किरण बेदी की जीवनी पढ़कर आपको उनकी महत्वपूर्णता का अंदाजा हो जाएगा और उनके जीवन से आपको आगे बढ़ने के लिए प्रेरणा भी मिलेगी। इसलिए यह लेख पूरा जरूर पढ़ें।
Contents
किरण बेदी की जीवनी । Kiran Bedi Biography in Hindi
इस लेख में हम किरण बेदी का जीवन परिचय विस्तार से देखेंगे। इसमें हम उनके जन्म और परिवार, शिक्षा, करियर, प्रमुख पद, पुरस्कार, वैवाहिक जीवन, राजनीतिक सफर, उनकी लिखी हुई पुस्तकें और उनके योगदान के बारे में जानेंगे। तो चलिए, हम उनके जीवन पर एक नजर डालते हैं।
विषय | जानकारी |
---|---|
जन्म तिथि | 9 जून 1949 |
जन्म स्थान | अमृतसर, पंजाब, भारत |
पिता का नाम | प्रकाश पेशवारिया |
माता का नाम | प्रेम पेशवारिया |
बहनों के नाम | शशी, रीता, अनु |
शिक्षा | स्नातक: विमेन गवर्नमेंट कॉलेज, दिल्ली; कानून में पीएचडी: दिल्ली विश्वविद्यालय |
पति | ब्रिज बेदी (1972 में विवाह) |
बेटी | साइना बेदी |
राजनीतिक सफर | आईपीएस अधिकारी (1972-2007); पुदुच्चेरी के उपराज्यपाल |
प्रमुख पद | सब-डिविजन, दिल्ली पुलिस; उप महानिरीक्षक, गोवा; महानिरीक्षक, तिहाड़ जेल; महानिदेशक, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो |
पुरस्कार | राष्ट्रपति का पुलिस पदक, रमन मैग्सेसे पुरस्कार, लुईस कारनो पुरस्कार, अखिल भारतीय सर्वश्रेष्ठ नागरिक पुरस्कार, मदर टेरेसा मेमोरियल राष्ट्रीय पुरस्कार, यूनाइटेड नेशन्स मेडेल ऑफऑनर |
लिखी हुई पुस्तकें | “I Dare!: Kiran Bedi – A Biography”, “Leadership and Governance: Insights from Kiran Bedi”, “Aspire, Inspire: Lessons from Kiran Bedi’s Journey”, “It’s Always Possible: Kiran Bedi’s Guide to Success”, “Courage and Conviction: Stories from Kiran Bedi’s Life” |
जन्म और परिवार
किरण बेदी का जन्म 9 जून 1949 को पंजाब के अमृतसर में हुआ था। उनका मायके का नाम किरण पेशवारिया है। उनके पिता प्रकाश पेशवारिया कपड़ा व्यापारी थे और माता प्रेम पेशवारिया एक गृहिणी हैं। उनके परिवार में चार बहनें हैं शशी, किरण, रीता और अनु, जिनमें किरण दूसरी संतान हैं। किरण और उनकी बहनें रीता और अनु टेनिस खिलाड़ी हैं, और किरण ने राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर कई टेनिस प्रतियोगिताओं में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया है। किरण बेदी ने अपने खेल करियर के साथ-साथ समाज सेवा में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है और वे भारत की पहली महिला आईपीएस अधिकारी बनीं, जिससे उनकी जीवन यात्रा और संघर्ष उन्हें एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व बनाते हैं।
शिक्षा
- 1963: अमृतसर के सेकंड हार्ट कॉन्वेंट स्कूल से प्राथमिक शिक्षा। स्कूल के दिनों में उन्होंने एनसीसी में भाग लेना शुरू किया।
- 1968: विमेन गवर्नमेंट कॉलेज से स्नातक की डिग्री हासिल की।
- 1970: राजनीति विज्ञान में मास्टर की डिग्री हासिल की।
- 1988: दिल्ली विश्वविद्यालय में कानून की पढ़ाई के लिए दाखिला लिया। कानून की पढ़ाई पूरी की।
- 1993: घरेलू हिंसा की जड़ जानने के लिए सामाजिक विज्ञान में पीएचडी पूरी की।
करियर
किरण बेदी ने जिस कॉलेज में अपना एमए पूरा किया था, उसी कॉलेज में उन्हें पढ़ाने का काम मिला। यह काम उन्होंने लगभग दो साल तक किया। इसी बीच वे यूपीएससी परीक्षा की भी तैयारी में जुटी हुई थीं।
साल 1972 में उन्हें यूपीएससी परीक्षा में सफलता मिली और इस सफलता की वजह से आईपीएस अधिकारी के पद के लिए चुना गया। इसके साथ-साथ उन्हें भारत की पहली महिला आईपीएस अधिकारी बनने का सम्मान भी प्राप्त हुआ।
आईपीएस अधिकारी बनने के बाद उनकी नियुक्ति अलग-अलग पदों पर की गई। लेकिन हर पद पर उन्होंने सच्चाई से काम करके न्याय देने का प्रयास किया।
उन्होंने अपने आईपीएस के जीवनकाल में सामान्य लोगों की सेवा की और गलत काम करने वाले अपराधियों में उनका खौफ बन गया था। उनके कार्य की वजह से बेदी आज भी लोगों के दिलों और दिमाग में राज कर रही हैं।
25 सितंबर 2007 को उन्होंने अपनी सरकारी नौकरी से इस्तीफा दे दिया और अपनी रिटायरमेंट की घोषणा की।
प्रमुख पद
साल 1972 में किरण बेदी ने यूपीएससी परीक्षा पास कर ली और वह आईपीएस अधिकारी बन गईं। 1972 से 2007 तक उन्होंने अलग-अलग पदों पर काम किया। उन्हें जो पद मिले, उनके बारे में हमने जानकारी दी है।
- 1975: चाणक्यपुरी सब-डिविजन, दिल्ली (सहायक पुलिस आयुक्त)
- 1979: दिल्ली यातायात पुलिस (उपायुक्त)
- 1981: गोवा (उप महानिरीक्षक)
- 1985: मिजोरम (उप महानिरीक्षक)
- 1993: तिहाड़ जेल, दिल्ली (महानिरीक्षक)
- 2003: नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (महानिदेशक)
- 2005: पुलिस प्रशिक्षण अकादमी, हैदराबाद (महानिदेशक)
पुरस्कार
किरण बेदी को उनके सर्वोत्तम कार्य के लिए अनेक पुरस्कारों से नवाजा गया। उनमें से कुछ महत्वपूर्ण पुरस्कार और सम्मान के बारे में हमने नीचे जानकारी दी है।
- 1979: राष्ट्रपति का पुलिस पदक
- 1994: रमन मैग्सेसे पुरस्कार – सरकारी सेवा के लिए
- 1995: लुईस कारनो पुरस्कार – उत्कृष्ट प्रशासनिक सेवा के लिए
- 2004: अखिल भारतीय सर्वश्रेष्ठ नागरिक पुरस्कार
- 2005: मदर टेरेसा मेमोरियल राष्ट्रीय पुरस्कार – सामाजिक न्याय के लिए
- 2007: यूनाइटेड नेशन्स मेडेल ऑफ ऑनर – उत्कृष्ट सेवा के लिए
वैवाहिक जीवन
किरण बेदी की शादी 1972 में ब्रिज बेदी के साथ हुई थी। दोनों की पहली मुलाकात साल 1971 में पंजाब के होशियारपुर टेनिस कोर्ट क्लब में हुई थी। वहां दोनों में प्यार हुआ और एक साल बाद किरण और ब्रिज शादी के बंधन में बंध गए। ब्रिज बेदी एक समाज सुधारक और प्रसिद्ध व्यापारी थे। उनका देहांत 31 जनवरी 2016 को हुआ, वे काफी समय से एक बीमारी से जूझ रहे थे।
किरण और ब्रिज बेदी की एक बेटी है, जिसका नाम है साइना बेदी। फिलाल, साइना एक टीवी निर्माता है और उन्होंने कुछ सीरियल बनाए हैं। इसके सिवाय उन्होंने साइना इंडिया विजन फाउंडेशन नामक एक एनजीओ भी स्थापित किया है और उसके माध्यम से सोशल वर्क का कार्य चलाती हैं।
किरण बेदी ने अपनी स्वेच्छा से नौकरी पर इस्तीफा दे दिया। वर्तमान में उनकी आयु 75 साल है और वे पुदुच्चेरी के उपराज्यपाल पद पर हैं।
राजनीतिक सफर
रिटायरमेंट के बाद किरण बेदी समाजसेवा में उतर गईं। कुछ समय बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रभाव से उन्होंने भारतीय जनता पार्टी में प्रवेश किया। 2015 साल के दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए उन्हें भाजपा के मुख्यमंत्री पद का चेहरा बनाया गया। उनके सामने विपक्षी दल आम आदमी पार्टी और कांग्रेस गठबंधन थे। इस चुनाव में उन्होंने हार का सामना किया। चुनाव में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस गठबंधन की सरकार बनी। उन्होंने कहा कि मुझे किसी को हराना नहीं था, केवल लोगों की सेवा करने के लिए मैंने इस उम्मीदवारी को स्वीकार किया था। लेकिन मुझे काम समय मिलने के कारण यह हार मिली, और यह मुझे स्वीकार है।
लिखी हुई पुस्तके
किरण बेदी ने अपने जीवनकाल में कई पुस्तकें लिखी हैं। उनमें से कुछ प्रमुख पुस्तकों के नाम निम्नलिखित हैं, जो उनके विभिन्न अनुभवों, सोच और कार्यक्षमता पर आधारित हैं:
- “I Dare!: Kiran Bedi – A Biography”
- “Leadership and Governance: Insights from Kiran Bedi”
- “Aspire, Inspire: Lessons from Kiran Bedi’s Journey”
- “It’s Always Possible: Kiran Bedi’s Guide to Success”
- “Courage and Conviction: Stories from Kiran Bedi’s Life”
सारांश
इस लेख में दी गई किरण बेदी का जीवन परिचय आपको कैसा लगा, यह हमें कमेंट के माध्यम से जरूर बताएं। यदि इस लेख में कोई त्रुटि हो, तो आप हमें मेल कर सकते हैं। हम लेख में सुधार करने का प्रयास अवश्य करेंगे। अगर आपको जानकारी सही लगी हो, तो इसे शेयर करना न भूलें। इस तरह के अन्य लेख देखने के लिए आप हमसे WhatsApp के माध्यम से जुड़ सकते हैं। धन्यवाद।
FAQ’s
भारत की प्रथम महिला आईपीएस ऑफिसर कौन थी?
भारत की प्रथम महिला आईपीएस ऑफिसर श्रीमती किरण बेदी थीं। उन्होंने 1972 में आईपीएस परीक्षा पास करके इस पद पर चयनित हुई थीं।
किरण बेदी की बेटी का नाम क्या है?
किरण बेदी की बेटी का नाम साइना बेदी है।
किरण का पति का क्या नाम है?
किरण बेदी के पति का नाम ब्रिज बेदी है।
किरण बेदी की कितनी बहने थी?
किरण बेदी की तीन बहनों के नाम शशी, रिता, और अनु हैं।
किरण बेदी कौन सा गेम खेलती थी?
किरण बेदी टेनिस खेलती थी।