PhD Full Form in Hindi: जानें ‘Phd’ का फुल फॉर्म क्या है?

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

नमस्कार दोस्तों, इस लेख “PhD Full Form in Hindi” में हम आपके लिए PhD के फुल फॉर्म के साथ-साथ इसके बारे में विस्तृत जानकारी लेकर आए हैं। पीएचडी यह शब्द आप कई बार सुन चुके होंगे। लेकिन बहुत से लोगों को पीएचडी का पूरा नाम (फुल फॉर्म) नहीं पता होता। अक्सर हमें स्पर्धा परीक्षा अथवा शैक्षणिक संबंधी अन्य परीक्षा में पीएचडी के फुल फॉर्म के बारे में पूछा जाता है।

इसके अलावा आपके दोस्तों या रिश्तेदारों में से किसी ने किसी न किसी विषय में पीएचडी की होगी। आपके मन में यह सवाल जरूर आया होगा कि आखिर पीएचडी का पूरा नाम क्या है? इसकी शैक्षणिक पात्रता क्या है? और पीएचडी करने के बाद उस व्यक्ति को किन क्षेत्रों में करियर के अवसर प्राप्त होंगे? आपके PhD से संबंधित सभी सवालों के उत्तरों के लिए इस लेख “PhD Full Form in Hindi” को पूरा जरूर पढ़ें।

जरूर पढ़े : JEE Full Form In Hindi: जानें ‘JEE’ का फुल फॉर्म क्या है?

PhD फुल फॉर्म हिंदी में । PhD Full Form in Hindi

PhD का फुल फॉर्म है डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी (Doctor of Philosophy) जिसमें आप किसी एक विषय में महारत हासिल कर सकते हैं। PhD की डिग्री लेना छात्रों के लिए एक बड़ी कामयाबी मानी जाती है। इस डिग्री के द्वारा वे अपने चुने हुए विषय में गहन शोध और अध्ययन कर सकते हैं, जिससे वे उस क्षेत्र में विशेषज्ञ बन जाते हैं।

PhD का इतिहास

यहाँ पर हम कील एलन नोबेल (1994) का संदर्भ देना चाहते हैं। उनके अनुसार, पेरिस विद्यालय द्वारा 1150 के आसपास पहली डॉक्टरेट जैसी उपाधि प्रदान की गई थी।

आधुनिक PhD की शुरुआत:

  • बर्लिन विश्वविद्यालय,जर्मनी (जिसे अब हम्बोल्ड्ट विश्वविद्यालय के नाम से जाना जाता है) ने 18वीं और 19वीं शताब्दी के दौरान आधुनिक PhD की शुरुआत की थी।
  • 1817 में, फैकल्टी ऑफ फिलॉसफी द्वारा “डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी” (PhD) की उपाधि प्रदान करना शुरू किया, जो थीसिस (शोध प्रबंध) पर आधारित थी।

विश्वव्यापी प्रसार:

  • 19वीं और 20वीं शताब्दी के शुरुआती दौर में, अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस सहित कई देशों ने जर्मन मॉडल को अपनाया।
  • 1876 में, जॉन्स हॉपकिंस विश्वविद्यालय अमेरिका में पहला विश्वविद्यालय बन गया जिसने PhD की उपाधि प्रदान की।
  • धीरे-धीरे, हार्वर्ड, येल जैसे प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों ने भी PhD कार्यक्रम शुरू किए और यह दुनिया भर में फैल गया।

भारत में PhD की शुरुआत:

  • ब्रिटिश शासन के दौरान, भारत में PhD की शुरुआत 20वीं शताब्दी की शुरुआत में हुई थी।
  • कलकत्ता, मद्रास और बॉम्बे विश्वविद्यालय ने सबसे पहले PhD कार्यक्रम शुरू किए।
  • शुरुआत में, PhD कार्यक्रम केवल कुछ चुनिंदा विश्वविद्यालयों तक ही सीमित थे।
  • 1950 के दशक के बाद, भारत सरकार ने उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कई नए विश्वविद्यालयों की स्थापना की।
  • इसके परिणामस्वरूप, PhD कार्यक्रमों की संख्या में वृद्धि हुई और वे अधिक सुलभ हो गए।
  • आज, भारत में सैकड़ों विश्वविद्यालय विभिन्न विषयों में PhD कार्यक्रम प्रदान करते हैं।

जरूर पढ़े : ED Full Form In Hindi: जानें ‘ED’ का फुल फॉर्म क्या है?

PhD प्रोग्राम की अवधि

PhD प्रोग्राम की अवधि 3 से 5 साल की होती है, लेकिन यह पूरी तरह से देश और विश्वविद्यालयों पर निर्भर करती है। इसमें प्रथम चरण में कोर्सवर्क, शोध प्रबंधन, शोध पर्यवेक्षक, प्रारंभिक परीक्षा, सेमिनार, और अंतिम शोध प्रबंध की रक्षा शामिल होती है। इस चरण को सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद, उन्हें PhD की डिग्री प्राप्त की जाती है।

Phd करने के लाभ

PhD केवल एक शैक्षणिक डिग्री नहीं है, बल्कि इस डिग्री को प्राप्त करने से हमें व्यक्तिगत जीवन में बहुत सारे लाभ मिलते हैं। नीचे हमने PhD करने के बाद आपको क्या फायदा होगा, यह दिया गया है।

करियर के अवसर

  • शिक्षा और करियर – PhD करने के बाद कोई व्यक्ति किसी कॉलेज में प्रोफ़ेसर और व्याख्याता के रूप में काम कर सकता है।
  • उद्योग और शोध संस्थान – PhD करके आप उद्योग और किसी शोध संस्थान में उच्च पदों पर काम करने का अवसर प्राप्त कर सकते हैं।
  • विशेषज्ञता – PhD करने के बाद छात्र किसी विशेष विषय में विशेषज्ञता हासिल करके उसी क्षेत्र में सफलता पूर्वक आगे बढ़ सकते हैं।
  • स्वतंत्र शोध संस्थान – किसी विशेष विषय में माहिर होने के बाद PhD धारक अपना स्वतंत्र शोध संस्थान शुरू कर सकते हैं। उन्हें इसकी मान्यता मिल जाती है।
  • समस्या समाधान कौशल – PhD धारक व्यक्ति उस क्षेत्र में पढ़ रहे छात्रों को मार्गदर्शन करके उनकी जटिल समस्याओं का समाधान कर सकते हैं।
  • नेटवर्किंग के अवसर – PhD धारक छात्र किसी भी स्कूल या कॉलेज के व्याख्यान या सम्मेलन में भाग लेते हैं, जिससे उन्हें अन्य विशेषज्ञों के साथ बेहतर नेटवर्किंग के अवसर मिलते हैं।
  • उन्नति के अवसर – PhD धारकों के लिए शिक्षा और शोध संस्थानों में कई अवसर होते हैं। इसके साथ ही उन्हें उच्च वेतन और बेहतरीन सुविधाएँ मिलती हैं।
  • ज्ञान का प्रसार – PhD धारक व्यक्ति जिस क्षेत्र में माहिर हैं, उस विषय पर समाज में ज्ञान प्रसार कर सकते हैं।
  • उपलब्धि की भावना – PhD डिग्री प्राप्त करना उस व्यक्ति के लिए एक गर्व की बात होती है, जो उसे उम्र भर के लिए खुशी देती है।

शैक्षणिक योग्यता

PhD प्रोग्राम में सहभाग लेने के लिए छात्रों के पास किसी भी स्ट्रीम में मास्टर्स की डिग्री होनी आवश्यक है, जैसे MA, MSc, MTech, MPhil. कभी-कभी कुछ मामलों में छात्र अगर ग्रेजुएट होगा तो उसे PhD प्रोग्राम में प्रवेश दिया जाता है, पर उसके पास अच्छे अंक होने चाहिए।

कोई भी उम्मीदवार जब किसी क्षेत्र में PhD करना चाहता है, तब वह मास्टर्स डिग्री के साथ कम से कम 55% से 60% तक अंक होने जरूरी हैं। हर एक विश्वविद्यालय में यह प्रतिशत अलग-अलग हो सकते हैं।

PhD के विभिन्न क्षेत्र

विज्ञान और इंजीनियरिंग

  • भौतिक विज्ञान
  • रसायन विज्ञान
  • जीव विज्ञान
  • गणित
  • कंप्यूटर विज्ञान
  • इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग
  • मैकेनिकल इंजीनियरिंग
  • सिविल इंजीनियरिंग
  • पर्यावरण विज्ञान

सामाजिक विज्ञान

  • अर्थशास्त्र
  • राजनीति विज्ञान
  • समाजशास्त्र
  • मनोविज्ञान
  • शिक्षा
  • भूगोल
  • इतिहास

मानविकी

  • साहित्य
  • दर्शन
  • भाषाविज्ञान
  • संगीत
  • कला इतिहास
  • धर्मशास्त्र

व्यावसायिक और प्रबंधन

  • बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन
  • फाइनेंस
  • मार्केटिंग
  • मानव संसाधन
  • स्ट्रेटेजिक मैनेजमेंट
  • अंतर्राष्ट्रीय व्यापार

स्वास्थ्य विज्ञान

  • चिकित्सा
  • जैव चिकित्सा विज्ञान
  • नर्सिंग
  • सार्वजनिक स्वास्थ्य
  • दंत चिकित्सा
  • दवा

सारांश

इस लेख “PhD Full Form in Hindi” में हमने पीएचडी के फुल फॉर्म के साथ-साथ उसके बारे में विस्तृत जानकारी दी है। आशा है कि यह लेख आपको जरूर पसंद आया होगा। अगर इस लेख में कोई त्रुटि हो तो आप हमें मेल करके बता सकते हैं, हम इसमें अवश्य सुधार करने का प्रयास करेंगे। यदि लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर करना ना भूलें। इस तरह के और अन्य लेखों को देखने और हमसे जुड़ने के लिए आप हमारे WhatsApp ग्रुप में जुड़ सकते हैं।

FAQ’s

  • PhD का मतलब क्या होता है?

    PhD का मतलब होता है Doctor of Philosophy या फिर Philosophiae Doctor। यह एक उच्चतम शैक्षणिक डिग्री होती है जो किसी विशेष क्षेत्र में गहरी शिक्षा और अनुसंधान की प्रदान करती है।

  • पीएचडी कोर्स कितने साल का होता है?

    PhD कोर्स की अवधि आमतौर पर 3 से 5 वर्ष होती है, लेकिन यह अंतिम अनुसंधान, थीसिस लिखने और उसे प्रस्तुत करने की प्रतिष्ठात विश्वविद्यालय और विषय के आधार पर भी अलग हो सकती है।

  • पीएचडी करने से क्या होता है?

    पीएचडी करने से व्यक्ति विशेषज्ञता में उन्नति करता है और विशेष क्षेत्र में गहरी जानकारी प्राप्त करता है। इसके अलावा, उन्हें अकादमिक और अनुसंधान संस्थानों में शिक्षक, शोधकर्ता या संगठनों में उच्च स्तरीय पदों के लिए अवसर प्राप्त होते हैं।

  • पीएचडी कौन से स्टूडेंट कर सकते हैं?

    पीएचडी कोर्स में आमतौर पर मास्टर्स डिग्री वाले छात्र को प्रवेश मिलता है। यह स्टूडेंट विशेषज्ञता विकसित करने और उच्च स्तर पर अनुसंधान करने के लिए उत्तेजित होते हैं।

Share Post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *