National Doctors Day 2024 : राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस 2024 की थीम, तिथि, इतिहास और महत्व!
National Doctors Day 2024 : हर साल 1 जुलाई को भारत में राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस मनाने की परंपरा है। देश के महान चिकित्सक बिधान चंद्र रॉय की याद में यह दिन मनाने की परंपरा 1991 से शुरू हुई, और यह इसका तेहतीसवां साल है। हमारे समाज में डॉक्टर को भगवान का रूप माना जाता है। डॉक्टर की जिंदगी जीना आसान नहीं है। खुद की जान जोखिम में डालकर वे हमारी जान बचाते हैं। मानव स्वास्थ्य के प्रति उनके योगदान की तारीफ शब्दों में नहीं की जा सकती। समाज के लिए उन्होंने जो समर्पण किया है, उसके लिए यह दिन मनाया जाता है, और प्रत्येक भारतीय द्वारा यह दिन मनाया जाना चाहिए।
राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस का इतिहास
1 जुलाई 1991 को भारत में पहली बार राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस का आयोजन किया गया था। यह दिन तमाम चिकित्सकों के प्रति समर्पण और डॉ. बिधान चंद्र रॉय के जन्मदिवस के रूप में मनाया जाता है।
डॉ. बिधान चंद्र रॉय उस समय के एक महान चिकित्सक थे, इसके बावजूद वे एक स्वतंत्रता सेनानी भी थे। 1 जुलाई 1882 को पटना में उनका जन्म हुआ था। वे पश्चिम बंगाल के द्वितीय मुख्यमंत्री थे और इस पद पर वे पूरे 14 साल तक रहे। ऐसा कहा जाता है कि वे मरीज का चेहरा देखकर उसकी बीमारी बता देते थे।
महात्मा गांधी, पंडित जवाहरलाल नेहरू और अन्य राजकीय लोगों के वे निजी चिकित्सक भी थे। उन्होंने अपना पूरा जीवन मरीजों की सेवा में लगाया था। इसकी सराहना करने हेतु उन्हें 4 फरवरी 1961 को भारत का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार “भारत रत्न” देकर सम्मानित किया गया। 1 जुलाई 1962 को उनका निधन हुआ। उनकी स्मृति में चिकित्सा, विज्ञान एवं अन्य क्षेत्रों में काम करने वाले लोगों की सराहना करने हेतु बी.सी. रॉय राष्ट्रीय पुरस्कार स्थापित किया गया।
राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस 2024 थीम । National Doctors Day 2024 Theme
कोई भी दिवस मनाने से पहले उस दिवस की थीम तय की जाती है और उसी थीम के अनुसार वह दिवस मनाया जाता है। राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस मनाने के लिए भी हर साल एक नई थीम तय की जाती है।
राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस 2024 की थीम ‘हीलिंग हैंड्स, केयरिंग हार्ट्स’ है। यह थीम उन हाथों को दर्शाती है जो रोगियों को ठीक करने में सहायता करते हैं और उन दिलों को दर्शाती है जो रोगियों की देखभाल करते हैं। यह थीम चिकित्सकों की इस महत्वपूर्ण भूमिकाओं का परिचय देती है।
डॉक्टरों का महत्व और समाज में उनकी भूमिका
डॉक्टर को हमारे समाज में भगवान का भेजा हुआ दूत माना जाता है। उन्हें हम भगवान का दर्जा देते हैं। जरा सोचो, यदि डॉक्टर न होते तो क्या होता। इसकी हम कल्पना भी नहीं कर सकते। एक डॉक्टर समाज के लिए बेहद महत्वपूर्ण होता है। अपनी जान हथेली पर रखकर वह मरीजों के लिए आधार बन जाते हैं। वे चिकित्सा विज्ञान को बखूबी समझते हैं और अपना ज्ञान और मेहनत मरीजों का जीवन बचाने में लगाते हैं।
कई ऐसी घटनाएं होती हैं जिनमें डॉक्टरों के बड़े प्रयास के बाद भी मरीजों की जान चली जाती है। ऐसी घटनाओं में डॉक्टरों को दोषी ठहराकर उन पर हमले भी हुए हैं। लेकिन उन्होंने अपनी सेवा कार्य कभी नहीं छोड़ा। उनके योगदान के लिए सचमुच उन्हें सलाम करना चाहिए।
राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस का महत्व
भारत में राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस मनाने का उद्देश्य यह है कि समाज में लोगों का स्वास्थ्य ठीक रखने वाले इन देवदूतों के प्रति समर्पित भाव रखना चाहिए। वैसे तो उनका कार्य इतना उल्लेखनीय है कि यह दिन साल भर में 365 दिन मनाया जाए तो भी कम होगा।
समाज में रहने वाले लोगों को इस दिन कुशल चिकित्सकों के प्रति समर्पित भाव रखते हुए उनकी सराहना करनी चाहिए। वे कभी नहीं कहते कि हमारा समाज के प्रति इतना महत्वपूर्ण योगदान है, तो आप हमारी तारीफ करें। हमें ही उनके प्रति आदर व्यक्त करने के लिए यह दिन मनाना चाहिए।
जब-जब दुनिया में किसी भी प्रकार की महामारी आती है, तो अपनी जान जोखिम में डालकर वे उस महामारी का सामना करने के लिए तैयार हो जाते हैं। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण आपने कोविड-19 में देखा होगा। क्योंकि जब कोरोना वायरस का खतरा पूरे विश्व में मंडरा रहा था, तब समस्त चिकित्सकों ने अपनी जान जोखिम में डालकर हम सभी की जान बचाई थी। और इसी वजह से हम आज राहत की सांस ले रहे हैं।
सारांश
इस लेख में हमने राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस 2024 के बारे में जानकारी देने का प्रयास किया है। यह दिन क्यों मनाया जाता है, इसके पीछे का इतिहास, थीम, यह दिवस मनाने का महत्व, और हमारे समाज में डॉक्टर का महत्व, इसके बारे में संक्षिप्त रूप में जानकारी देने का प्रयास किया है। यह लेख आपको कैसा लगा, यह आप हमें टिप्पणी के माध्यम से बता सकते हैं। यदि इस लेख में कोई त्रुटि हो, तो आप हमें मेल कर सकते हैं। जानकारी सही लगी हो, तो इसे शेयर करना न भूलें। यदि इस तरह के अन्य लेख आप देखना चाहते हों, तो आप हमारे व्हाट्सएप ग्रुप में शामिल हो सकते हैं।
FAQ’s
भारत में चिकित्सा दिवस कब मनाया जाता है?
भारत में राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस हर साल 1 जुलाई को मनाया जाता है।
किसका जन्म दिवस डॉक्टर दिवस के रूप में मनाया जाता है?
भारत में डॉक्टर दिवस के रूप में डॉ. बिधान चंद्र रॉय का जन्मदिवस मनाया जाता है। डॉ. बिधान चंद्र रॉय भारतीय चिकित्सा के प्रमुख नेताओं में से एक थे और उनका योगदान चिकित्सा के क्षेत्र में बहुत महत्वपूर्ण रहा है।
1 जुलाई को कौन सा दिवस मनाया जाता?
1 जुलाई को भारत में राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस मनाया जाता है।
राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस क्यों मनाया जाता है?
राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस को भारत में मनाया जाता है ताकि समाज में चिकित्सा के क्षेत्र में काम करने वाले चिकित्सकों को सम्मानित किया जा सके और उनके योगदान का मान बढ़ाया जा सके। इस दिन के माध्यम से लोग चिकित्सा पेशेवरों के महत्व को समझते हैं और उनके योगदान को सराहना करते हैं, जो समाज की सेवा में अपना जीवन समर्पित करते हैं।