12th Ke Baad Kya Kare Commerce Student – अपने लक्ष्य को प्राप्त करने का सही रास्ता क्या है? जानिए!

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कई छात्र जो 12वीं में हैं या पास कर चुके हैं, उन्हें 12वी के बाद क्या करना चाहिए? यह सवाल हमेशा उठता रहता है. उन्हें पता नहीं होता कि कौन सा कोर्स करें और भविष्य में करियर की क्या संभावनाएं होंगी, फिर छात्र गलत क्षेत्र चुन लेते हैं लेकिन समय के बाद छात्रों को अपने फैसले पर पछतावा होता है.

इस लेख मे 12th ke baad kya kare commerce student, 12th ke baad kya kare, 12th ke baad kya kare commerce student in hindi, 12 के बाद क्या करना चाहिए, कॉमर्स से क्या बन सकते है, कॉमर्स सब्जेक्ट, 12वीं कॉमर्स के बाद छात्रों को क्या करना चाहिए? और भविष्य में कौन सी नौकरियाँ या व्यवसाय के अवसर उपलब्ध हैं, इसके बारे में जानकारी प्रदान करने की पूरी कोशिश की है. इस लेख को ठीक से पढ़ें ताकि आपको कई करियर विकल्पों के बारे में पता चल सके.

12 के बाद क्या करना चाहिए (12th Ke Baad Kya Kare Commerce Student)

12वीं कॉमर्स सब्जेक्ट (Commerce) के बाद छात्रों के पास बहुत सारे करियर विकल्प उपलब्ध होते हैं. आपके रुचि के अनुसार सही कोर्स चुनकर अपने करियर की शुरुवात कर सकते हैं. भविष्य में व्यवसाय और नौकरी के अवसरों को देखते हुए सही विकल्प चुनें.

12th कॉमर्स सब्जेक्ट (Commerce) के बाद उपलब्ध कोर्सेस

  • BMS (Bachelor of Management Studies)
  • BBA (Bachelor of Business Administration)
  • B.Com (Bachelor of Commerce)
  • BBS (Bachelor of Business Studies)
  • BHM (Bachelor of Hotel Management)
  • CA (Chartered Accountant)
  • CS (Company Secretary)
  • CMA (Cost and Management Accounting)
  • CFP (Certified Financial Planner)
  • B.Com LLB (Bachelor of Commerce and Bachelor of Legislative Law)

BMS (Bachelor of Management Studies)

BMS का मतलब है बैचलर ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज यह एक अंडरग्रेजुएट कोर्स है और 12वीं कॉमर्स के छात्रों के करियर के लिए यह एक अच्छा विकल्प है.

इस कोर्स का पाठ्यक्रम मानव संसाधन प्रबंधन (Human Resource Management), अर्थशास्त्र (Economics), विपणन (Marketing), व्यवसाय विश्लेषण (Business Analysis) पर आधारित है.

3 साल के इस कोर्स को पूरा करने के बाद छात्र प्रशासन और संचालन (Administration And Operations), बिक्री और विपणन (Sales And Marketing), ग्राहक प्रबंधन (Customer Management), मानव संसाधन प्रबंधन और विकास (Human Resource Management and Development), वित्तीय प्रबंधन (Financial Management) जैसे विभिन्न क्षेत्रों में अपना करियर बना सकते हैं.

BBA (Bachelor of Business Administration)

BBA बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन एक Undergraduate कोर्स है और इस कोर्स का सिलेबस बिजनेस मैनेजमेंट पर आधारित है.

इस कोर्स की अवधि 3 साल है और यह उन छात्रों के लिए बहुत लोकप्रिय कोर्स है जो Business Management के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं.

इस कोर्स को पूरा करके छात्रों को सेल्स, मार्केटिंग, शिक्षा, वित्त, सरकारी या निजी क्षेत्र में नौकरी के कई अवसर मिल सकते हैं.

B.Com (Bachelor of Commerce)

B.Com एक डिग्री कोर्स है और 12वीं कॉमर्स सब्जेक्ट के बाद ज्यादातर छात्र इस में एडमिशन लेते हैं.

इस कोर्स की अवधि 3 साल है और यह कोर्स पूरी तरह से वस्तु एवं सेवा कर (GST), लेखांकन (Accounting), वित्त (Finance), व्यवसाय प्रबंधन (Business Management), मानव संसाधन (Human Resource), आंकड़े (Statistics), विपणन (Marketing), अर्थशास्त्र (Economics) पर आधारित है.

Graduation पूरा करने के बाद बैंकों में लेखपाल (Accountant), व्यापार विश्लेषक (Business Analyst), अर्थशास्त्री (Economist), वित्त अधिकारी (Finance Officer), व्यापार योजनाकार (Business Planner) आदि जैसे विभिन्न क्षेत्रों में नौकरी के कई अवसर उपलब्ध हैं.

छात्र वाणिज्य (Commerce) क्षेत्र में और अधिक ज्ञान प्राप्त करने के लिए B.Com के बाद M.Com भी कर सकते हैं.

BBS (Bachelor of Business Studies)

BBS बैचलर ऑफ बिजनेस स्टडीज एक Undergraduate कोर्स है और इस कोर्स को पूरा करने में लगभग 3 साल का समय लगता है.

छात्रों के भविष्य की नींव को मजबूत करने के लिए इस कोर्स में व्यावसाय और प्रबंधन (Business and Management) के पाठ्यक्रम को शामिल किया गया है.

यह कोर्स पूरा करके छात्र भविष्य में अपना खुद का व्यवसाय शुरू कर सकते हैं या वित्त, विपणन (Marketing), मानव संसाधन (Human Resource), संचालन प्रबंधन (Operations Management) जैसे विभिन्न क्षेत्रों में छात्रों के लिए करियर के कई रास्ते खुल सकते हैं.

BHM (Bachelor of Hotel Management)

BHM बैचलर ऑफ होटल मैनेजमेंट भी एक Undergraduate कोर्स है और इस कोर्स की अवधि 4 साल है.

इस कोर्स को करने के लिए छात्रों को 10+2 (12वी पास) होना चाहिए. इस कोर्स का पाठ्यक्रम होटल प्रबंधन (Hotel Management), विभिन्न खाद्य पदार्थों (Various Foods), ग्राहक आतिथ्य (Customer Hospitality) पर आधारित है.

इस कोर्स को पूरा करने के बाद छात्रों को विदेश में 3 STAR या 5 STAR होटल और Restaurant में अच्छे पैकेज वाली नौकरी के अवसर मिलते हैं और छात्र क्रूज, जहाजों, खुद का होटल या संबंधित नौकरी और व्यवसाय में अपना भविष्य बना सकते हैं.

CA (Chartered Accountant)

CA चार्टर्ड अकाउंटेंट कोर्स को पूरा करने में आमतौर पर 5 साल लगते हैं. यह परीक्षा बहुत कठिन मानी जाती है लेकिन प्रयास और मार्गदर्शन से CA परीक्षा पास करना मुश्किल नहीं है.

इस कोर्स का पाठ्यक्रम लेखाकार और लेखांकन (Accountant And Accounting) क्षेत्र में विशेषज्ञता हासिल करने पर आधारित है.

अगर कोई 12वीं कॉमर्स सब्जेक्ट पास करने के बाद इस कोर्स के लिए एडमिशन लेता है तो 5 साल के अवधि का यह कोर्स होता है और अगर कोई छात्र BCOM करने के बाद इस कोर्स के लिए एडमिशन लेता है तो यह कोर्स 4.5 साल में पूरा हो जाता है.

इस कोर्स को पूरा करने के बाद आप अपनी खुद की प्रैक्टिस शुरू कर सकते हैं. आप किसी कंपनी में या मुख्य लेखाकार (Chief Accountant), मुख्य वित्तीय अधिकारी (Chief Financial Officer) जैसे कई वरिष्ठ पदों पर काम कर सकते हैं.

CS (Company Secretary)

जिन छात्रों के 12वीं कॉमर्स सब्जेक्ट में न्यूनतम 50% या अधिक अंक हैं, वे कंपनी सचिव (Company Secretary) कोर्स के लिए अपना प्रवेश पंजीकरण करा सकते हैं.

यह कोर्स किसी भी अच्छी कंपनी में एक अधिकारी के सचिव बनने के लिए किया जाता है. इस कोर्स का अवधि 3 साल का है.

इसमे पाठ्यक्रम को तीन चरणों में विभाजित किया है फाउंडेशन कार्यक्रम (Foundation Program), कार्यकारी कार्यक्रम (Executive Program), पेशेवर कार्यक्रम (Professional Program). प्रत्येक चरण में 1-1 वर्ष का समय लगता है.

CMA (Cost and Management Accounting)

CMA कॉस्ट एंड मैनेजमेंट अकाउंटेंट कोर्स की अवधि 3-4 साल है और छात्र इस कोर्स को Commerce से 12वीं के बाद या B.Com के बाद भी कर सकते है.

यह एक प्रोफेशनल कोर्स है और कोर्स पूरा करने के बाद छात्र वरिष्ठ वित्तीय विश्लेषक (Senior Financial Analyst), प्रमाणित प्रबंधन (Certified Management), लेखपाल (Accountant) बन सकते हैं.

लागत लेखाकार (Cost Accountant), वित्त प्रबंधक (Finance Manager), मुख्य वित्तीय अधिकारी (Chief Financial Officer) जैसे कई क्षेत्रों में नौकरी के सुनहरे अवसर उपलब्ध हैं.

CFP (Certified Financial Planner)

इस कोर्स की अवधि 6 महीने से 2 साल तक होती है और इसमे किसी कंपनी या बिजनेस में वित्तीय योजना (Financial Planning) कैसे कर सकते है, इस पर आधारित कोर्स का पूरा सिलेबस है.

इस कोर्स में प्रवेश लेने के लिए छात्रों को Commerce में कम से कम 12वीं पास होना चाहिए.

निवेश बैंकर (Investment Banker), पोर्टफोलियो मैनेजर (Portfolio Manager), निजी बैंकर (Private Banker), शाखा प्रबंधक (Branch Manager), संबंध प्रबंधक (Relationship Manager), वित्तीय सलाहकार (Financial Advisor), धन सलाहकार (Wealth Advisor) आदि मे छात्र अपना करिअर कर सकते है.

B.Com LLB (Bachelor of Commerce and Bachelor of Legislative Law)

यदि किसी छात्र को व्यवसाय और कानून दोनों में रुचि है, तो छात्र B.Com LLB (Bachelor of Commerce and Bachelor of Legislative Law) कर सकता है.

कॉमर्स सब्जेक्ट में 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद, छात्र CLAT Entrance Exam देके इस कोर्स के लिए प्रवेश ले सकता है. .

इस कोर्स की अवधि 5 साल होती है. B.Com LLB कोर्स के छात्रों के पास General Graduation छात्रों की तुलना में करियर के अधिक अवसर होते हैं.

सारांश

इस लेख में हमने कॉमर्स से क्या बन सकते है, 12 के बाद क्या करना चाहिए, 12th Ke Baad Kya Kare Commerce Student, 12th Ke Baad Kya Kare Commerce Student In Hindi इन सारे सवालो का जवाब देने की पूरी कोशिश की है. अगर आपको यह आर्टिकल पसंद आया तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करें ताकि उन्हें भी 12th Ke Baad Kya Kare इसके बारे में बेहतर मार्गदर्शन मिल सके.

अगर आपके मन में इसके बारे में कोई सवाल है तो आप हमें कमेंट करके बता सकते हैं. हम आपके उस प्रश्न का उत्तर देने की पूरी कोशिश करेंगे और यदि आपके पास इस लेख के बारे में कोई जानकारी या सुझाव है, तो आप हमें ईमेल द्वारा भेज सकते हैं. हम जानकारी को सत्यापित करने और इस जानकारी को अपने लेख में जोड़ने की पूरी कोशिश करेंगे.

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FAQ’s

  • कॉमर्स स्टूडेंट 12वीं के बाद क्या करें?

    कॉमर्स स्टूडेंट 12वीं के बाद कई विकल्प छात्रों के सामने होते हैं. जैसे की BMS (Bachelor of Management Studies), BBA (Bachelor of Business Administration), B.Com (Bachelor of Commerce), BBS (Bachelor of Business Studies), BHM (Bachelor of Hotel Management), CA (Chartered Accountant), CS (Company Secretary), CMA (Cost and Management Accounting), CFP (Certified Financial Planner), B.Com LLB (Bachelor of Commerce and Bachelor of Legislative Law) इन कोर्सेस में से कोई एक चुनकर वे अपने करियर की शुरुआत कर सकते हैं.

  • 12वीं कॉमर्स के बाद सबसे कठिन डिग्री कौन सी है?

    12वीं कॉमर्स के बाद सबसे कठिन डिग्री में से एक है CA (चार्टर्ड अकाउंटेंट). CA कोर्स की अवधि लगभग 5 साल होती है और इस परीक्षा को पास करना बहुत मुश्किल माना जाता है. यह परीक्षा अत्यधिक व्यापक होती है और छात्रों को तैयारी में बहुत मेहनत करनी पड़ती है.

  • क्या कॉमर्स भविष्य के लिए अच्छा है?

    हां, कॉमर्स एक बहुत ही अच्छा और विकल्पशील क्षेत्र है जो छात्रों को विभिन्न करियर और व्यावसायिक अवसरों की दुनिया में प्रवेश करने की सुविधा प्रदान करता है. कॉमर्स के कई विषय जैसे कि व्यवसाय, लेखांकन, वित्त, अर्थशास्त्र, और मानव संसाधन आदि का अध्ययन करने से छात्रों को विभिन्न क्षेत्रों में नौकरी के अवसर मिलते हैं. इसके साथ ही, कॉमर्स का विशेष लाभ यह है कि इससे संबंधित कोर्सेस को पढ़ने के बाद विभिन्न व्यावसायिक प्रमाणपत्र जैसे कि CA, CS, CMA, CFP आदि हासिल किये जा सकते हैं जो की बहुत ही मान्य हैं.

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