Apara Ekadashi 2024 : व्रत की सही तिथि 2 या 3 जून? जानें शुभ मुहूर्त और महत्व!
हिंदू धर्म में एकादशी तिथि का महत्व बेहद खास है। 2024 में कुल 24 एकादशी व्रत तिथियां हैं। एकादशी तिथि श्रीहरि मतलब भगवान विष्णु को समर्पित है। इनमें से कुछ एकादशी व्रत तिथियां फलदायी मानी जाती हैं। ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी को अपरा एकादशी कहा जाता है। इस साल Hindu Calendar 2024 के अनुसार Apara Ekadashi 2024 में 2 जून को मनाई जाने वाली है। इस लेख में हम अपरा एकादशी के इतिहास,तिथि और उद्देश के बारे में जानकारी देने वाले हैं।
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Apara Ekadashi Vrat Katha
महीध्वज नाम का एक राजा था। राजा बड़ा धर्मात्मा और पुण्यवान था। राजा का एक छोटा भाई भी था, जिसका नाम वज्रध्वज था। वज्रध्वज के मन में राजा के प्रति बड़ी कटुता थी। कटुता इत नी बढ़ गई थी कि वज्रध्वज राजा का प्राण लेने के लिए आतुर हो गया था। एक दिन उसे अवसर मिला और उसने राजा को मौत के घाट उतार दिया तथा जंगल में पीपल के पेड़ के नीचे उसे दफना दिया।
राजा को अकाल मृत्यु प्राप्त होने के कारण उसे मुक्ति नहीं मिली थी। उसकी आत्मा पीपल के पेड़ पर रहकर लोगों को पीड़ित करने लगी। उस रास्ते से गुजरते समय लोगों को आत्मा बहुत तकलीफ देती थी। एक दिन कुछ ऋषियों का जत्था उस रास्ते से गुजर रहा था। उन्होंने पीपल के पेड़ पर लटकी हुई राजा की आत्मा देखी और उससे इस हालत के बारे में पूछा। राजा ने सारी सच्चाई ऋषियों को बताई।
ऋषियों ने राजा की कहानी सुनने के बाद उसे मुक्ति दिलाने हेतु स्वयं अपरा एकादशी का व्रत रखा। द्वादशी को उस व्रत की समाप्ति हुई। अपरा एकादशी व्रत सफल होने के बाद जो पुण्य कर्म मिला, उसका उपयोग ऋषियों ने राजा की प्रेतात्मा को मुक्ति दिलाने के लिए किया। राजा को स्वर्ग की प्राप्ति हुई। इसके बाद ऋषि वहां से चले गए।
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Apara Ekadashi June 2024 Date And Time
नीचे हमने Apara Ekadashi 2024 की तिथि के विवरण को तालिका के रूप में प्रस्तुत किया गया है:
घटना | तिथि | समय |
---|---|---|
अपरा एकादशी तिथि प्रारंभ | 02 जून 2024 | सुबह 5:02 बजे |
अपरा एकादशी तिथि समाप्ति | 03 जून 2024 | दोपहर 2:21 बजे |
अपरा एकादशी व्रत | 02 जून 2024 | पूरे दिन |
Apara Ekadashi Ka Mahatva
युधिष्ठिर ने भगवान श्री कृष्ण से सवाल किया, “भगवन, अपरा एकादशी मनाने से क्या फल प्राप्त होता है?”
भगवान श्री कृष्ण ने उत्तर दिया, “अपरा एकादशी से मनुष्य को किए हुए हर एक पाप से मुक्ति मिलती है। ब्रह्महत्या, भ्रूणहत्या, आदि अनेक पापों से यह व्रत करने के बाद मुक्ति मिलती है। हमारे पितरों में जो अतृप्त आत्माएं होती हैं, जिन्हें अकाल मृत्यु प्राप्त हुई है, ऐसी आत्माओं की मुक्ति के लिए भी अपरा एकादशी का व्रत फलदायी माना जाता है।”
Apara Ekadashi 2024 मे यह कार्य न करे.
एकादशी को ज्यादातर व्रत रखने पर भाकरी का सेवन किया जाता है। मान्यताओं के अनुसार उस दिन चावल खाना वर्जित है। बाल कटवाना या नाखून कटवाना, ये कार्य एकादशी के दिन नहीं करने चाहिए। इस दिन काला कपड़ा पहनना अशुभ माना जाता है। घर और मंदिर साफ रखना चाहिए और इसके साथ-साथ व्रत रखते समय हमारा मन भी स्वच्छ होना चाहिए। क्योंकि मन में नकारात्मक भावनाएं रखकर किया गया व्रत फलदायी नहीं होता।
सारांश
आज इस लेख में हमने Apara Ekadashi 2024 के बारे में जानकारी देने का प्रयास किया। यह लेख आपको कैसा लगा, यह आप हमें कॉमेंट करके जरूर बताएं। इसके अलावा, यदि आपको हमारे लेख पसंद आते हैं, तो आप हमारे व्हाट्सऐप और टेलीग्राम माध्यम से हमारे साथ जुड़ सकते हैं। यदि लेख पसंद आया हो तो इसे शेयर करना न भूलें।
FAQ’s
अपरा एकादशी का शुभ मुहूर्त क्या है?
अपरा एकादशी का शुभ मुहूर्त 2 जून 2024 को सुबह 5:02 बजे से शुरू होकर 3 जून 2024 को दोपहर 2:21 बजे तक है।
अपरा एकादशी पर क्या करना चाहिए?
अपरा एकादशी पर व्रत रखें, भगवान विष्णु की पूजा करें, भजन-कीर्तन करें, दान करें, और पुण्य कार्यों में योगदान दें।
कौन सी एकादशी अधिक महत्वपूर्ण है?
वैकुण्ठ एकादशी और निर्जला एकादशी जैसी एकादशी अधिक महत्वपूर्ण मानी जाती हैं।
एकादशी का उद्देश्य क्या है?
एकादशी का मुख्य उद्देश्य है आत्मा की शुद्धि और ध्यान को बढ़ावा देना।