World Heritage Day in Hindi 2024। क्या आप जानते हैं भारत में कितने धरोहर स्थल हैं?

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World Heritage Day In Hindi (विश्व विरासत दिवस, विश्व धरोहर दिवस) : मानव जाति का इतिहास अत्यंत प्राचीन है। जैसे-जैसे समय बीतता गया, वैसे-वैसे मानव की संरचना और उसकी संस्कृति में परिवर्तन आया। आज से हजारों साल पहले की संस्कृति और मानवी जीवन के बारे में हमें उस समय की ऐतिहासिक वास्तुओं या सांस्कृतिक स्थलों से पता चलता है। आने वाली पीढ़ी को पुरातन संस्कृति के बारे में जानकारी देने के लिए मानव सभ्यता से जुड़े हर एक प्राचीन और ऐतिहासिक स्थल का संरक्षण आवश्यक है।

इस उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए, हर साल विश्व धरोहर दिवस मनाया जाता है। इस लेख में हम इसके बारे में पूरी जानकारी देने वाले हैं, तो इस लेख को पूरा पढ़ें।

विश्व धरोहर दिवस । World Heritage Day in Hindi

हर साल विश्व धरोहर दिवस पूरी दुनिया में 18 अप्रैल को मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य मात्र एक है – नई पीढ़ी को हमारे विश्व में जितने भी ऐतिहासिक धरोहर हैं, उनसे रूबरू करवाना और ऐतिहासिक स्थलों के बारे में लोगों को जानकारी देना। इससे लोग विरासत के रूप में मिले हुए ऐतिहासिक स्थान और उनके पीछे की संस्कृति प्रति आकर्षित हो सकते हैं।

विश्व धरोहर दिवस का इतिहास । History of World Heritage Day

ट्यूनीशिया में साल 1982 में इकोमार्क नामक संस्था द्वारा एक संमेलन आयोजित किया गया था। यह संमेलन 18 अप्रैल को आंतरराष्ट्रीय स्मारक और स्थल दिवस के हेतु आयोजित किया गया था। इस संमेलन में विश्व धरोहर दिवस को मनाने की बात चेड़ी गई।

उसके करीब 1 साल बाद, 1983 में यूनेस्को के महासंमेलन में इसके बारे में आधिकारिक घोषणा की गई। कि आने वाले हर साल 18 अप्रैल को यह दिन विश्व धरोहर दिवस के रूप में पूरे विश्व में मनाया जाएगा। इससे पहले, 18 अप्रैल को यह दिन विश्व स्मारक और पुरातत्व स्थल दिवस के रूप में मनाया जाता था।

विश्व विरासत दिवस थीम । World Heritage Day Theme 2024 in Hindi

विश्व विरासत दिवस के इस सूनहरे दिन के संयोगवश, ICOMOS (International Council on Monuments and Sites) द्वारा हर साल एक थीम रखी जाती है। यह थीम हर साल बदली जाती है।

2024 के लिए थीम है “Discover and experience diversity” (विविधता की खोज करें और अनुभव करें)।

विश्व विरासत दिवस क्यों मनाते हैं । Why World Heritage Day is Celebrated

18 अप्रैल को पूरे विश्व में यह दिन विश्व धरोहर दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन का एक ही मकसद है – लोगों को और आने वाली पीढ़ी को पूरी दुनिया में हमें जितने भी विरासत में मिले हुए ऐतिहासिक स्थल हैं, उन सभी स्थानों के बारे में जानकारी मिले और इस स्थान का संरक्षण करने हेतू यह दिन मनाया जाता हैं।

विश्व विरासत दिवस कैसे मनाये ? । How To Celebrate World Heritage Day

  • इस दिन पूरे विश्व में तरह-तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। उनमें मुख्य रूप से संमेलन, विरासत स्थलों पर जाकर वहाँ कार्यक्रम आयोजित करना, रैली, और अन्य कार्यक्रम शामिल होते हैं।
  • ऐतिहासिक स्थलों का महत्व जानकर, आप सोशल मीडिया के माध्यम से भी इस दिन विरासत स्थलों के बारे में लोगों में जागरूकता फैला सकते हैं।
  • आप ऐतिहासिक स्थलों के संबंधीत सही जानकारी देने वाली वेबसाइट और YouTube चैनल को बढ़ावा दे सकते हैं।
  • स्कूल और कॉलेज में इस दिन विरासत स्थलों के बारे में जानकारी देने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम लेकर आने वाली पीढ़ी को इसका महत्व बता सकते हैं।

विश्व धरोहर दिन की सिख । World Heritage Day Lesson

इस पूरी दुनिया में पर्यटन ही एक ऐसा जरिया है जिसके माध्यम से हमारी पुरखों की ऐतिहासिक विरासतों का जतन हो सकता है। इन सारी ऐतिहासिक विरासतों के पीछे बहुत बड़ा इतिहास छिपा हुआ है। हमारे आसपास जितने भी धरोहर हैं, उनका जतन करना हमारा प्रारंभिक कर्तव्य है।

जिससे आने वाली पीढ़ी को यह धरोहर हमारे पुरखों का इतिहास बड़ी शान और गौरव से बता सके।

भारत के विश्व धरोहर स्थल । Latest Unesco Heritage Sites in India

UNESCO द्वारा धरोहर स्थलों को तीन भागों में विभाजित किया गया है, जैसे कि सांस्कृतिक, प्राकृतिक, और मिश्रित। इस विभाजन का उद्देश्य उन स्थलों का महत्व लोगों तक पहुंचाना, उन्हें धरोहर स्थलों के प्रति जागरूक करना और इन स्थलों को संरक्षित करना है।

भारत में अलग-अलग धरोहर स्थानों को UNESCO द्वारा तीन भागों में विभाजित किया गया है। नीचे हमने भारत के उन स्थलों की सूची दी है।

भारत के सांस्कृतिक धरोहर स्थल । Unesco World Cultural Heritage Site In India

प्रकारस्थल का नामतिथिस्थान
सांस्कृतिकआगरा किला1983उत्तर प्रदेश
सांस्कृतिकअजंता गुफाएँ1983महाराष्ट्र
सांस्कृतिकनालंदा महाविहार के पुरातात्विक स्थल2016बिहार
सांस्कृतिकसांची में बौद्धिक स्मारक1989मध्य प्रदेश
सांस्कृतिकचंपानेर-पावागढ़ पुरातात्विक पार्क2004गुजरात
सांस्कृतिकछत्रपति शिवाजी टर्मिनस (पूर्व में विक्टोरिया टर्मिनस)2004महाराष्ट्र
सांस्कृतिकगोवा के चर्च और मठ1986गोवा
सांस्कृतिकढोलावीरा: एक हड़प्पा नगर2021गुजरात
सांस्कृतिकहाथीघाता गुफाएँ1987महाराष्ट्र
सांस्कृतिकएलोरा गुफाएँ1983महाराष्ट्र
सांस्कृतिकफतेहपुर सिकरी1986उत्तर प्रदेश
सांस्कृतिकमहान जीवित चोल देवालयों1987तमिलनाडु
सांस्कृतिकहम्पी में स्मारक समूह1986कर्नाटक
सांस्कृतिकमहाबलीपुरम में स्मारक समूह1984तमिलनाडु
सांस्कृतिकपट्टदकल में स्मारक समूह1987कर्नाटक
सांस्कृतिकराजस्थान के पहाड़ी किले2013राजस्थान
सांस्कृतिकअहमदाबाद का ऐतिहासिक शहर2017गुजरात
सांस्कृतिकहुमायूं का मकबरा, दिल्ली1993दिल्ली
सांस्कृतिकजयपुर शहर, राजस्थान2019राजस्थान
सांस्कृतिककाकातिया रुद्रेश्वर (रामप्पा) मंदिर, तेलंगाना2021तेलंगाना
सांस्कृतिकखजुराहो स्मारक समूह1986मध्य प्रदेश
सांस्कृतिकमहाबोधि मंदिर परिसर बोधगया में2002बिहार
सांस्कृतिकभारतीय पर्वतीय रेलवे1999विभिन्न राज्य
सांस्कृतिककुतुब मीनार और इसके पुरातात्विक स्थल, दिल्ली1993दिल्ली
सांस्कृतिकरानी की वाव (रानी की स्टेपवेल)2014गुजरात
सांस्कृतिकलाल किला2007दिल्ली
सांस्कृतिकभीमबेटका के शिलाश्मशान2003मध्य प्रदेश
सांस्कृतिकहोयसलों के पवित्र समूह2023कर्नाटक
सांस्कृतिकसंतिनिकेतन2023पश्चिम बंगाल
सांस्कृतिकसूर्य मंदिर, कोनारक1984उड़ीसा
सांस्कृतिकताज महल1983उत्तर प्रदेश
सांस्कृतिकले कॉर्बुसियर का वास्तुकला कार्य, आधुनिक आंदोलन में2016चंडीगढ़
सांस्कृतिकजंतर मंदिर, जयपुर2010राजस्थान
सांस्कृतिकमुंबई के विक्टोरियन गोथिक और आर्ट डेको इनसेम्बलेस2018महाराष्ट्र
भारत में UNESCO द्वारा प्रमाणित धरोहर स्थलों का विवरण

भारत के प्राकृतिक धरोहर स्थल । Natural World Heritage Sites In India

प्रकारस्थल का नामतिथिस्थान
प्राकृतिकमहान हिमालयी राष्ट्रीय पार्क संरक्षण क्षेत्र2014हिमाचल प्रदेश
प्राकृतिककाजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान1985असम
प्राकृतिककेवलादेव राष्ट्रीय उद्यान1985राजस्थान
प्राकृतिकमानस वन्यजीव अभयारण्य1985असम
प्राकृतिकनंदा देवी और फ्लावर्स नेशनल पार्क1988, 2005उत्तराखंड
प्राकृतिकसुंदरबन राष्ट्रीय उद्यान1987पश्चिम बंगाल
प्राकृतिकपश्चिमी घाटे2012विभिन्न राज्य
भारत में UNESCO द्वारा प्रमाणित धरोहर स्थलों का विवरण

भारत के मिश्रित धरोहर स्थल । Mixed World Heritage Sites In India

प्रकारस्थल का नामतिथिस्थान
मिश्रितखंगचेंडजोंगा राष्ट्रीय उद्यान2016सिक्किम
भारत में UNESCO द्वारा प्रमाणित धरोहर स्थलों का विवरण

भारत के साथ ही दुनियाभर के विभिन्न स्थानों को UNESCO प्रमाणित करता है, और प्रत्येक वर्ष नए उत्सवों का आयोजन करके इसके महत्व को और भी बढ़ाता है। यह संरक्षण और आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए लोगों को जागरूक करता है, और आने वाली पीढ़ियों के लिए यह महत्वपूर्ण है।

सारांश

आज, इस लेख में हमने विश्व धरोहर दिवस कब होता है, उसके पीछे का इतिहास, इस दिन को मनाने का उद्देश्य, और इसका महत्व के बारे में जानकारी दी है। यह लेख आपको कैसा लगा, यह हमें कमेंट के माध्यम से जरूर बताएं। और इस लेख के बारे में आपका कोई भी सुझाव हो, तो आप हमें मेल करके बता सकते हैं। हम आपके द्वारा दी गई जानकारी को हमारे लेख में जोड़ने का प्रयास करेंगे। धन्यवाद।

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